एक ख्वाब की तलाश है जो सिर्फ मेरा हो।
अब तक कई ख्वाब देखे, जो हकीक़त भी बन गए ,
लेकिन वो मेरे नहीं थे
एक ख्वाब की तलाश करती हूँ
जिसकी बाँहों ने मुझे घेर घेरा हो ।
एक ख्वाब की तलाश है जो मेरा हो ।
कई नीव पड़ी सपनो की, निर्माण हुआ, कई मंजिलें चढ़ा दी
पर मेरे लिए नहीं, मेरे अपनों के लिए
मैं तो एक ख्वाब को ढूँढती हूँ जो मेरी कल्पनाओ का सवेरा हो
एक ख्वाब की तलाश है जो बस मेरा हो ।
तारे छुप जाये चाहे , पर फिर रात ख़त्म हो, सूरज निकले,
सुबह हो उजाला हो ।
बस इसी उम्मीद पर नवजीवन की कल्पना करती हूँ
तलाश करती हूँ एक ख्वाब जो हकीक़तों का बसेरा हो
एक ख्वाब की तलाश करती हूँ, जो मेरा हो, बस मेरा हो
सिर्फ मेरा हो , एक ख्वाब तलाश करती हूँ ।
अब तक कई ख्वाब देखे, जो हकीक़त भी बन गए ,
लेकिन वो मेरे नहीं थे
एक ख्वाब की तलाश करती हूँ
जिसकी बाँहों ने मुझे घेर घेरा हो ।
एक ख्वाब की तलाश है जो मेरा हो ।
कई नीव पड़ी सपनो की, निर्माण हुआ, कई मंजिलें चढ़ा दी
पर मेरे लिए नहीं, मेरे अपनों के लिए
मैं तो एक ख्वाब को ढूँढती हूँ जो मेरी कल्पनाओ का सवेरा हो
एक ख्वाब की तलाश है जो बस मेरा हो ।
तारे छुप जाये चाहे , पर फिर रात ख़त्म हो, सूरज निकले,
सुबह हो उजाला हो ।
बस इसी उम्मीद पर नवजीवन की कल्पना करती हूँ
तलाश करती हूँ एक ख्वाब जो हकीक़तों का बसेरा हो
एक ख्वाब की तलाश करती हूँ, जो मेरा हो, बस मेरा हो
सिर्फ मेरा हो , एक ख्वाब तलाश करती हूँ ।